विद्या भर्ती से सम्बद्ध भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी यु.प्र. द्वारा संचालित।

विद्या भारती द्वारा निर्धारित भारतीय संस्कृति पर आधारित सर्वांगीण विकासोन्मुखी पंचमुखी शिक्षा की व्यवस्था यथा-
(क) शारीरिक शिक्षा (ख) मानसिक शिक्षा (ग) व्यसायिक शिक्षा (घ) नैतिक शिक्षा (..) आध्यात्मिक शिक्षा 
 शिक्षा का माध्यम मातृ भाषा हिंदी तथापि अंग्रेजी एवं संस्कृत की विशेष अध्यन व्यवस्था।
 सुयोग्य सच्चरित्र एवं ध्येयनिष्ठ आचार्यों द्वारा वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित शिक्षण।
 प्रखर देशभक्ति, संस्कार, एवं चरित्र निर्माण पर आधारित नैतिक शिक्षा, शारीरिक शिक्षा एवं योग शिक्षा की व्यवस्था।
 स्वाध्याय प्रवृत्ति के विकास हेतु पुस्तकालय एवं वाचनालय की व्यवस्था।
 जीवन में उत्तरदायित्व, निर्णयात्मकता, वक्तृता एवं ज्ञानार्जन हेतु विविध प्रतियोगिताओ का आयोजन।
 व्यवस्थाओ के सुदृढ़ संचालन एवं छात्रों में कर्त्तव्य बोध जाग्रत करने के लिए छात्र-संसद का गठन।
 लेखन प्रतिभा के विकास हेतु छात्रों द्वारा हस्तलिखित पत्रिका ''संसक ज्योति'' सम्पादित करने की व्यवस्था। 
 छात्रों के सर्वांगीण मूल्यांकन हेतु ''सतत मूल्यांकन पद्धति'' ( C.C.E ) का प्रयोग।
 अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा की अनिवार्य व्यवस्था।
 कम्प्यूटर तथा विज्ञानं की नवीन एवं आधुनिक उपकरणों से युक्त प्रयोगशालाएँ।
 स्मार्ट क्लास ( अधतन कक्ष ) के माध्यम से शिक्षण 
 आई.आई.टी.परीक्षा की विशेष तैयारी।
 निदानात्मक अभिभावक संपर्क।
 समस्त कक्षा कक्ष एवं परिसन सी.सी. कैमरे से सुसज्जित।
 कम्प्यूटर शिक्षा।
 वाहन व्यवस्था।